Friday, November 29, 2013

..पर ...

अश्कों के समंदर में 
यादों की परियाँ तैरती हैं 
बढ़ी जा रही जीवन पथ पे ...पर ...
बाबूजी.... आपकी कमी बहुत खलती है .

Saturday, November 2, 2013

फिर भी------

अमावस कि निशा ने कहा ---हो अधीर 
घिरते जंग में जो होते-------- सच्चे वीर 

चाहे हो घनघोर निराशा 
जीतने  की  भी नहीं हो आशा---

फिर भी------

मान लेना मेरा कहना 
दीपक तुम जलते हीं रहना ----

दीपक -----तुम-----जलते-----हीं ----रहना-----

आप सभी को दीपावली कि हार्दिक शुभकामना ----

दीपावली के दीपक से आपको शक्ति मिले ,साहस मिले ,हिम्मत और हौसला मिले। 
                   
                                     वयस्तता कि वजह से आप सभी के ब्लॉग पर नहीं आ सकूँगी जैसे हीं मौका मिलेगा  आउँगी।   धन्यवाद।