खुशियाँ तुम को मिले हमेशा
पल-पल तुम्हें दुआएँ देता
ऐसे हैं अलबेले गीत .....
मन हँसता पर दिल रोता है
पीर बन जाती है गीत
जिसे परख नहीं हमारी
बन गए वही हमारे मीत .....
जीवन की ये रीत पुरानी
कुहूके कोयल ... नाचे मोर
मीत बिना सब सूना होता
चाँद को ढूंढे व्याकुल चकोर ....
विरह-व्यथा शब्दों में ढलकर ..
बन जाते है विरही गीत
जिसे खबर नहीं हो पाती
बन जाते हैं वही मन -मीत ...